1.
संता बंता से: 20 सालों में, आज पहली बार अलार्म से सुबह सुबह मेरी नींद खुल गई।
बंता: क्यों, क्या तुम्हें अलार्म सुनाई नहीं देता था?
संता: नहीं आज सुबह मुझे जगाने के लिए मेरी बीवी ने अलार्म घड़ी फेंक कर सिर पर मारी।
संता बंता से: 20 सालों में, आज पहली बार अलार्म से सुबह सुबह मेरी नींद खुल गई।
बंता: क्यों, क्या तुम्हें अलार्म सुनाई नहीं देता था?
संता: नहीं आज सुबह मुझे जगाने के लिए मेरी बीवी ने अलार्म घड़ी फेंक कर सिर पर मारी।
2.
संता (डॉक्टर से): डॉक्टर साहब, मैं अपनी बीवी की यादाश्त से बहुत परेशान हूँ। इसका कोई इलाज़ कीजिये।
डॉक्टर: क्या हुआ, क्या वो बातें भूल जाती हैं?
संता: नहीं डॉक्टर साहब, यही तो मुसीबत है कि वो कुछ भूलती ही नहीं है।
संता (डॉक्टर से): डॉक्टर साहब, मैं अपनी बीवी की यादाश्त से बहुत परेशान हूँ। इसका कोई इलाज़ कीजिये।
डॉक्टर: क्या हुआ, क्या वो बातें भूल जाती हैं?
संता: नहीं डॉक्टर साहब, यही तो मुसीबत है कि वो कुछ भूलती ही नहीं है।
3.
जीतो संता से: एक काम करोगे जी मेरा। पप्पू को आज चिड़िया घर ले जाओगे।
संता गुस्से में था और बोला: मुझे क्या गरज पड़ी है? चिड़िया घर वाले अगर उसे चाहते हैं तो वे खुद आएं और उसे ले जाएं।
जीतो संता से: एक काम करोगे जी मेरा। पप्पू को आज चिड़िया घर ले जाओगे।
संता गुस्से में था और बोला: मुझे क्या गरज पड़ी है? चिड़िया घर वाले अगर उसे चाहते हैं तो वे खुद आएं और उसे ले जाएं।
4.
जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम;
जो ढल के नयी सुबह लाये वो रात हैं हम;
छोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर;
जो कभी न छूटे वो साथ हैं हम।
जो कोई समझ न सके वो बात हैं हम;
जो ढल के नयी सुबह लाये वो रात हैं हम;
छोड़ देते हैं लोग रिश्ते बनाकर;
जो कभी न छूटे वो साथ हैं हम।
5.
एक पठान दूसरे पठान से: तुम्हारे पापा की मौत कैसे हुई थी?
दूसरा पठान अफ़सोस करते हुए, "यार उनकी यादाश्त बहुत कमज़ोर थी। दोपहर को सोते वक़्त सांस लेना भूल गये थे।
एक पठान दूसरे पठान से: तुम्हारे पापा की मौत कैसे हुई थी?
दूसरा पठान अफ़सोस करते हुए, "यार उनकी यादाश्त बहुत कमज़ोर थी। दोपहर को सोते वक़्त सांस लेना भूल गये थे।
6.
सुबह-सुबह बारिश होने पर कौन क्या सोचता है?
प्रेमी: पक्का आज डेट और भी रोमांटिक हो जायेगी।
बच्चा: पक्का आज स्कूल से छुट्टी मिल जायेगी।
पति: पक्का आज पकोड़े और चाय हो जायेगी।
पत्नी: पक्का आज कामवाली बाई नहीं आयेगी और मेरी बैंड बज जायेगी।
सुबह-सुबह बारिश होने पर कौन क्या सोचता है?
प्रेमी: पक्का आज डेट और भी रोमांटिक हो जायेगी।
बच्चा: पक्का आज स्कूल से छुट्टी मिल जायेगी।
पति: पक्का आज पकोड़े और चाय हो जायेगी।
पत्नी: पक्का आज कामवाली बाई नहीं आयेगी और मेरी बैंड बज जायेगी।
7.
चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते हैं;
मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं;
बच के रहना इन हुस्न वालों से यारो;
इन की आग में कई आशिक जल जाते हैं।
चुपके चुपके पहले वो ज़िन्दगी में आते हैं;
मीठी मीठी बातों से दिल में उतर जाते हैं;
बच के रहना इन हुस्न वालों से यारो;
इन की आग में कई आशिक जल जाते हैं।
8.
पैसे की रेस में पाप धोने को मिले ना मिले;
फिर से जीवन में पूण्य कमाने को मिले ना मिले;
कर लो कर्म दिल से;
क्या पता अगले जन्म ये जीवन मिले ना मिले।
पैसे की रेस में पाप धोने को मिले ना मिले;
फिर से जीवन में पूण्य कमाने को मिले ना मिले;
कर लो कर्म दिल से;
क्या पता अगले जन्म ये जीवन मिले ना मिले।
9.
हर राह आसान हो, हर राह पे खुशियाँ हों;
हर दिन खूबसूरत हो, ऐसा ही पूरा जीवन हो;
यही हर दिन मेरी दुआ हो, ऐसा ही तुम्हारा हर जन्मदिन हो!
जन्म दिन मुबारक हो!
हर राह आसान हो, हर राह पे खुशियाँ हों;
हर दिन खूबसूरत हो, ऐसा ही पूरा जीवन हो;
यही हर दिन मेरी दुआ हो, ऐसा ही तुम्हारा हर जन्मदिन हो!
जन्म दिन मुबारक हो!
10.
यूँ ही तो नहीं दिल मेरा तुझे तलाशता फिरता;
कर यकीन मंज़िल का तू ही है किनारा मेरा;
यूँ ही तो नहीं आयी सदा तेरी हवाओं में बह कर;
हौले से तूने ही होगा नाम पुकारा मेरा।
यूँ ही तो नहीं दिल मेरा तुझे तलाशता फिरता;
कर यकीन मंज़िल का तू ही है किनारा मेरा;
यूँ ही तो नहीं आयी सदा तेरी हवाओं में बह कर;
हौले से तूने ही होगा नाम पुकारा मेरा।
11.
जीतो ने डॉक्टर को फ़ोन किया!
जीतो: डॉक्टर साहब मेरे पति को करंट लग गया है, मैं क्या करूँ?
डॉक्टर: अरे वाह! आप भगवान का शुक्रिया अदा करो!
जीतो: वोह क्यों?
डॉक्टर: अरे क्योंकि आपके यहाँ बिजली है, इसलिए।
जीतो ने डॉक्टर को फ़ोन किया!
जीतो: डॉक्टर साहब मेरे पति को करंट लग गया है, मैं क्या करूँ?
डॉक्टर: अरे वाह! आप भगवान का शुक्रिया अदा करो!
जीतो: वोह क्यों?
डॉक्टर: अरे क्योंकि आपके यहाँ बिजली है, इसलिए।
12.
वो रोया तो बहुत पर मुझसे मुह मोड़ के रोया
कोई मजबूरी होगी उसकी जो दिल तोड़ के रोया||
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े
पता लगा मेरे पीछे वो उन्हें जोड़ के रोया
वो रोया तो बहुत पर मुझसे मुह मोड़ के रोया
कोई मजबूरी होगी उसकी जो दिल तोड़ के रोया||
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े
पता लगा मेरे पीछे वो उन्हें जोड़ के रोया
13.
एक आदमी बैंक में गया और बोला, "सारा पैसा इस बैग में डाल दो।"
मैनेजर ने देखा कि आदमी के पास कोई हथियार नहीं तो बोला, "किस ख़ुशी में?"
आदमी ने मुँह से मास्क उतारा और बोला, "मुझे 'स्वाइन फ्लू' है, डालते हो पैसा या छींकना शुरू करूँ।"
एक आदमी बैंक में गया और बोला, "सारा पैसा इस बैग में डाल दो।"
मैनेजर ने देखा कि आदमी के पास कोई हथियार नहीं तो बोला, "किस ख़ुशी में?"
आदमी ने मुँह से मास्क उतारा और बोला, "मुझे 'स्वाइन फ्लू' है, डालते हो पैसा या छींकना शुरू करूँ।"
14.
सूरज ने झपकी पलक और ढल गयी शाम;
रात ने बिखेरा है आँचल मिलकर तारों के साथ; देख कर रात का यह नज़ारा कहने को शुभ रात्रि हम भी आ गए हैं साथ।
शुभ रात्रि!
सूरज ने झपकी पलक और ढल गयी शाम;
रात ने बिखेरा है आँचल मिलकर तारों के साथ; देख कर रात का यह नज़ारा कहने को शुभ रात्रि हम भी आ गए हैं साथ।
शुभ रात्रि!
15.
दिल को मिला सुकून कोई हमें याद तो करता है;
याद न सही फ़रियाद तो करता है;
आँखों ने ढूंढ लिया है ऐसा दोस्त;
जो बात न सही पर याद तो करता है!
दिल को मिला सुकून कोई हमें याद तो करता है;
याद न सही फ़रियाद तो करता है;
आँखों ने ढूंढ लिया है ऐसा दोस्त;
जो बात न सही पर याद तो करता है!
16.
आसमान के तारों में खो गया है जहान सारा;
लगता है हमको प्यारा ये एक-एक तारा;
इन तारों में सबसे प्यारा है वो सितारा;
जो पढ़ रहा है इस वक़्त यह पैगाम हमारा।
शुभ रात्रि!
आसमान के तारों में खो गया है जहान सारा;
लगता है हमको प्यारा ये एक-एक तारा;
इन तारों में सबसे प्यारा है वो सितारा;
जो पढ़ रहा है इस वक़्त यह पैगाम हमारा।
शुभ रात्रि!
17.
पठान मज़ार पर बम रखते हुए पकड़ा गया।
लोगों ने उसे बहुत मारा और पूछा ऐसा क्यों किया?
पठान को कुछ समझ ना आया तो बोला: मैंने यहाँ बम रखने की मन्नत मांगी थी।
पठान मज़ार पर बम रखते हुए पकड़ा गया।
लोगों ने उसे बहुत मारा और पूछा ऐसा क्यों किया?
पठान को कुछ समझ ना आया तो बोला: मैंने यहाँ बम रखने की मन्नत मांगी थी।
18.
एक आदमी की बीवी मर गयी। उसके दोस्त उससे मिलने गए तो आदमी का रो-रो कर बुरा हाल था।
दोस्त उसके पास थोड़ी देर बैठे और उसे चुप करवाने के बाद उससे पूछा, "तुझे कुछ चाहिए?"
आदमी: हाँ वो मेरे मोबाइल पर नेट पैक डलवा दो, फेसबुक पर स्टेटस सिंगल करना है।
एक आदमी की बीवी मर गयी। उसके दोस्त उससे मिलने गए तो आदमी का रो-रो कर बुरा हाल था।
दोस्त उसके पास थोड़ी देर बैठे और उसे चुप करवाने के बाद उससे पूछा, "तुझे कुछ चाहिए?"
आदमी: हाँ वो मेरे मोबाइल पर नेट पैक डलवा दो, फेसबुक पर स्टेटस सिंगल करना है।
19.
आँख तो प्यार में दिल की ज़ुबान होती है;
सच्ची चाहत तो सदा बे-ज़ुबान होती है;
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना;
सुना है दर्द से ही चाहत और जवान होती है।
आँख तो प्यार में दिल की ज़ुबान होती है;
सच्ची चाहत तो सदा बे-ज़ुबान होती है;
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना;
सुना है दर्द से ही चाहत और जवान होती है।
20.
सिन्धी अपने बहुत करीबी पठान दोस्त से, "ओये, मेरी शादी के लिए लड़की वाले देखने आ रहे हैं। तुम मेरे बारे में उनको थोड़ा बढ़ा चढ़ा कर बोलना।
पठान: क्यों नहीं, जरूर।
जब लड़की वाले सिन्धी को देखने आये तो सिन्धी को छीक आ गई।
लड़की के बाप ने पठान से पूछा, "लड़के को जुखाम है क्या?"
पठान: नहीं, नहीं - कैंसर है कैंसर।
सिन्धी अपने बहुत करीबी पठान दोस्त से, "ओये, मेरी शादी के लिए लड़की वाले देखने आ रहे हैं। तुम मेरे बारे में उनको थोड़ा बढ़ा चढ़ा कर बोलना।
पठान: क्यों नहीं, जरूर।
जब लड़की वाले सिन्धी को देखने आये तो सिन्धी को छीक आ गई।
लड़की के बाप ने पठान से पूछा, "लड़के को जुखाम है क्या?"
पठान: नहीं, नहीं - कैंसर है कैंसर।
21.
देखो हमारे बिना भी कितनी सजी है आज ये महफ़िल;
हमें भुला के अपना जन्मदिन मना रहें हैं संगदिल;
जिन्हें हमारे बिना अधूरी सी लगती थी हर एक चीज़;
आज केक काट रहें हैं ऐसे जैसे हो वो मेरा दिल।
हैप्पी बर्थडे!
देखो हमारे बिना भी कितनी सजी है आज ये महफ़िल;
हमें भुला के अपना जन्मदिन मना रहें हैं संगदिल;
जिन्हें हमारे बिना अधूरी सी लगती थी हर एक चीज़;
आज केक काट रहें हैं ऐसे जैसे हो वो मेरा दिल।
हैप्पी बर्थडे!
22.
आपके आने से जिंदगी कितनी खूबसूरत है;
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है;
दूर जाना नहीं कभी हमसे भूलकर भी;
हमें हर कदम पर आपकी जरुरत है।
हैप्पी वेलेंटाइन दिवस।
आपके आने से जिंदगी कितनी खूबसूरत है;
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है;
दूर जाना नहीं कभी हमसे भूलकर भी;
हमें हर कदम पर आपकी जरुरत है।
हैप्पी वेलेंटाइन दिवस।
23.
पप्पू ने अपनी गर्लफ्रेंड का नाम ब्लेड से अपने हाथ पर लिखा। थोड़ी देर बाद जोर से रोने लगा।
बंटी: क्यों रो रहा है पप्पू?
पप्पू: अरे यार, स्पेलिंग गलत हो गए, इसीलिए।
पप्पू ने अपनी गर्लफ्रेंड का नाम ब्लेड से अपने हाथ पर लिखा। थोड़ी देर बाद जोर से रोने लगा।
बंटी: क्यों रो रहा है पप्पू?
पप्पू: अरे यार, स्पेलिंग गलत हो गए, इसीलिए।
24.
एक डाकू जीतो से, "ये सारे ज़ेवर मुझे दे दे"।
जीतो: ले, ये ले।
डाकू: पायल भी दे दे।
जीतो: यह पायल ले, झुमका ले, चूड़ियाँ ले, चैन ले, मुंदरी ले
और
.
..
...
और औरत बन जा साले, कुत्ते!
डाकू: माफ़ करना यार, तू तो ज़ज्बाती हो गई।
एक डाकू जीतो से, "ये सारे ज़ेवर मुझे दे दे"।
जीतो: ले, ये ले।
डाकू: पायल भी दे दे।
जीतो: यह पायल ले, झुमका ले, चूड़ियाँ ले, चैन ले, मुंदरी ले
और
.
..
...
और औरत बन जा साले, कुत्ते!
डाकू: माफ़ करना यार, तू तो ज़ज्बाती हो गई।
25.
ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सजा दे;
उसके जन्मदिन पर उसी की कोई रजा दे;
दर पर तेरे आऊंगा हर साल;
कि उसको गिले की ना कोई वजह दे।
हैप्पी बर्थडे!
ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सजा दे;
उसके जन्मदिन पर उसी की कोई रजा दे;
दर पर तेरे आऊंगा हर साल;
कि उसको गिले की ना कोई वजह दे।
हैप्पी बर्थडे!
26.
तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है तू एक नज़र हम को देख ले इस आस मे कब से बेकरार बैठे है
तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है तू एक नज़र हम को देख ले इस आस मे कब से बेकरार बैठे है
27.
रजनीकांत ने एक बार फुटबॉल को किक मार दी;
वह फुटबॉल सौरमंडल में चली गई और तब से सूरज के चारों ओर चक्कर काट रही है।
जानते हैं उस फुटबॉल का क्या नाम रखा गया है?
'प्लूटो!'
रजनीकांत ने एक बार फुटबॉल को किक मार दी;
वह फुटबॉल सौरमंडल में चली गई और तब से सूरज के चारों ओर चक्कर काट रही है।
जानते हैं उस फुटबॉल का क्या नाम रखा गया है?
'प्लूटो!'
28.
दिल पे क्या गुज़री वो अनजान कए जाने,
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने,
हवा के साथ उड़ गये घर इस परिंदे का,
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने !
दिल पे क्या गुज़री वो अनजान कए जाने,
प्यार किसे कहते है वो नादान क्या जाने,
हवा के साथ उड़ गये घर इस परिंदे का,
कैसे बना था घोसला वो तूफान क्या जाने !
29.
ये दिन ये महीना ये तारीख जब जब आई;
हमनें कितने प्यार से जन्मदिन की महफ़िल सजाई;
हर शमां पर नाम लिख दिया दोस्ती का;
इसकी रौशनी में चाँद जैसी तेरी सूरत है समाई;
मेरी तरफ से आपको जन्मदिन की बधाई।
ये दिन ये महीना ये तारीख जब जब आई;
हमनें कितने प्यार से जन्मदिन की महफ़िल सजाई;
हर शमां पर नाम लिख दिया दोस्ती का;
इसकी रौशनी में चाँद जैसी तेरी सूरत है समाई;
मेरी तरफ से आपको जन्मदिन की बधाई।
30.
सच्ची दोस्ती का मतलब है:
जब एक दोस्त अपनी आखिरी साँसें ले रहा हो और उसका दोस्त आँखों में आंसू ले आए और कहे, "चल उठ यार! आज आखिरी समय मौत की क्लास बंक(Bunk) करते हैं।
सच्ची दोस्ती का मतलब है:
जब एक दोस्त अपनी आखिरी साँसें ले रहा हो और उसका दोस्त आँखों में आंसू ले आए और कहे, "चल उठ यार! आज आखिरी समय मौत की क्लास बंक(Bunk) करते हैं।