हो गयी है रात निकल आये Best Funny Hindi Jokes 12

1.




हो गयी है रात निकल आये हैं सितारे भी;
सो गए हैं पंछी सारे शांत हो गए हैं नज़ारे भी;
सो जाओ आप भी इस हसीन रात में;
इंतज़ार में खड़े हैं यह सपने सिर्फ तुम्हारे ही।
शुभ रात्रि!



2.




तू खुश रहे खुदा करे मेरा दिल यही दुआ करे;
तेरे होंठ मुस्कुराएं सदा तेरी आँख सदा हँसा करे;
आँगन तेरा सदा खुशियों से भरा रहे;
बहार सदा तेरी ही गली रहे, बस यही दुआ मेरी तेरे लिए रहे।
जन्मदिन मुबारक!



3.





संता ने एयरलाइन के ऑफिस में फ़ोन किया, रिसेप्शनिस्ट ने फ़ोन उठाया।
संता: चंडीगढ़ से मुंबई तक कितनी देर का सफर है?
रिसेप्शनिस्ट: एक मिनट सर।
संता ने फ़ोन काट दिया और बड़बड़ाया, "पी कर बैठी है, कमीनी।"



4.




पति-पत्नी दोनों एक रेस्तरां में गए।
पत्नी: सुनो जी, वहाँ जो आदमी बैठा है न, वो जो शराब पी रहा है। शादी से पहले मेरा ब्यॉयफ्रैंड था। जब से मैंने उसे छोड़ा है वो तब से पी रहा है।
पति: क्या बकवास है, कोई इतनी देर तक कैसे जश्न मना सकता है।



5.





नर्स: आपको तीन बच्चे हुए हैं।
संता: यह तो होना ही था, फिल्में ही ऐसी देखती थी, धूम 3, गोलमाल 3, राज़ 3, मर्डर 3, कॄष 3।
नर्स: अच्छा हुआ दिल्ली 6 नहीं देखी!



6.




हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है;
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है;
जिंदगी कितनी भी ब्यस्त क्यों ना हो?
निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है!
शुभ दिवस!



7.




इन अंधेरों के लिए कुछ आफ़ताब माँगे हैं;
दुआ में हम ने दोस्त कुछ ख़ास माँगे हैं;
जब भी माँगा कुछ ख़ुदा से तो;
आपके लिए खुशियों के पल बे-हिसाब माँगे हैं।
शुभ रात्रि!



8.




निकाल लो रजाइयां और निकाल लो कोटियां;
"सरसों के साग" संग चलो खाओ मक्की दियां रोटियां;
ठंडा पानी भी पीना कर दो बंद;
मेरी तरफ से आप सभी को मुबारक हो ठंड।
शुभ दिवस।



9.




ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सज़ा दे;
उसके जन्मदिन पर उसको उसकी कोई रज़ा दे;
दुआ है जीवन में हो उसके खुशियों की बहार;
न ग़म की उसे कोई वजह दे।
जन्मदिन मुबारक़!



10.




क्या फ़र्क है दोस्ती और मोहब्बत में, रहते तो दोनों दिल में ही हैं लेकिन फ़र्क तो है;
बरसों बाद मिलने पर दोस्ती सीने से लगा लेती है, और मोहब्बत नज़र चुरा लेती है।



11.





फूलों की महक को चुराया नही जाता;
सूरज की किरणों को छुपाया नही जाता;
कितने भी दूर रहो ए दोस्त तुम;
दोस्ती में आप जैसे दोस्त को भुलाया नही जाता!



12.




पैसे की रेस में पाप धोने को मिले ना मिले;
फिर से जीवन में पूण्य कमाने को मिले ना मिले;
कर लो कर्म दिल से;
क्या पता अगले जन्म ये जीवन मिले ना मिले।



13.





पैसा बिस्तर दे सकता है... नींद नहीं;
पैसा भोजन दे सकता है... भूख नहीं;
पैसा अच्छे कपडे दे सकता है... सुंदरता नहीं;
पैसा ऐशो आराम के साधन दे सकता है... सुकून नहीं;
इसलिए आप सभी अपना अपना पैसा...
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मेरे नाम ट्रांस्फर करके संन्यास ले लें।



14.




दोस्ती जब किसी से की जाये तो दुश्मनों की भी राय ली जाये;
मौत का ज़हर है फिज़ाओं में अब कहाँ जा कर सांस ली जाये;
बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ कि ये नदी कैसे पार की जाये;
मेरे माज़ी के ज़ख़्म भरने लगे हैं आज फिर कोई भूल की जाये।



15.




दगा दे जायें उसे यार नहीं कहते हैं
ख़ुशी न दे उसे बहार नहीं कहते हैं
बस एक बार धड़कता है दिल किसी के लिये
जो दुबारा हो उसे प्यार नहीं कहते हैं।



16.




एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है; इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है; उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद; फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है!



17.





बंता: यार संता, मैंने तुम्हें लैटर पर चिपकने के लिए टिकट खरीदने के लिए पैसे दिए थे। फिर तू ये पैसे मुझे वापस क्यों कर रहा है?
संता: ओ यार, मैं जब लैटर पोस्ट करने पोस्ट बॉक्स पे गया तो वहाँ कोई था ही नहीं और किसी ने मुझे देखा ही नहीं कि मैंने बिना टिकट ही लैटर पोस्ट कर दिया।



18.




अपने घर की खिड़की से मैं आसमान को देखूँगा;
जिस पर तेरा नाम लिखा है उस तारे को ढूँढूँगा;
तुम भी हर शब दिया जला कर पलकों की दहलीज़ पर रखना;
मैं भी रोज़ एक ख़्वाब तुम्हारे शहर की जानिब भेजूँगा।



19.




इस होली के त्यौहार कुछ ऐसे मनाएंगे हम, मेरे दोस्त;
कि पिचकारी मेरी हो और रंग तेरा हो;
मिठाई मेरी हो और गुलाल तेरा हो;
राह चलती लड़की छेड़ूँ मैं, और मुह काला तेरा हो।
बुरा ना मानो होली है!



20.




मेरी राहों के जो जुगनू हैं वो तेरे हैं;
तेरी राहों के जो अँधेरे हैं वो मेरे हैं;
छू सकता नहीं कोई ग़म तुझको;
क्योंकि तुझ पर दुआयों के जो पहरे हैं वो मेरे हैं।
सालगिरह मुबारक!



21.




मशहूर हो गया हूँ तो ज़ाहिर है दोस्तो;
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे;
थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो;
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे।



22.




पप्पू: पापा मैं फिर से फेल हो गया।
संता: चिंता मत करो तुम शेर के बेटे हो।
पप्पू: हां, पिता जी। मैडम भी यही कहती है। संता: कि तुम शेर के बेटे हो? पप्पू: कुछ ऐसा ही। कह रही थी, पता नहीं तू किस जानवर की औलाद है।



23.




कांग्रेस की हालत शोले के जेलर असरानी सी है-
"आधे बीजेपी में जाओ, आधे आम आदमी पार्टी में जाओ, बाकी मेरे साथ आओ,
हा, हा, हम अंग्रेज के जमाने के पार्टी हैं"।



24.




खुश रहे तू है जहाँ, ले जा दुआएं मेरी;
तेरी राहों से जुदा हो गयी हैं राहें मेरी;
कुछ नहीं पास मेरे अब खाली हाथ हैं;
किसी और की नहीं सब खतायें हैं मेरी।



25.




पठान ठेले वाले से खाने का सामान पैक करवा रहा था।
ठेले वाला: खान साहब, यहीं खा लो।
पठान: नहीं यार घर जाकर खाऊंगा, डॉक्टर ने कुछ भी बाहर खाने को मना किया है।



26.




कुदरत के करिश्मों में अगर रात ना होती;
ख्वाबों में भी उनसे मुलाक़ात ना होती;
सो जाते हैं हम इसी आस में;
कि आज नहीं तो कल कभी तो उनसे बात होगी।
शुभ रात्रि!



27.





हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले;
न थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले;
है ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कुसूर इसमें;
तेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले।



28.




मरीज: डॉक्टर साहब, आपने मुझे दवाईयों के दो पर्चे लिखकर क्यों दिए हैं?
डॉक्टर: आपको दोनों ही पर्चों की दवाईयां खरीदनी हैं। एक पर्चे की दवाई से आप बेहतर महसूस करेंगे और दूसरे पर्चे से दवा की कंपनी।



29.




एक पठान 4 मीटर लम्बे पाइप से हुक़्क़ा पी रहा था।
दोस्त ने पूछा, "इतने लम्बे पाइप से हुक़्क़ा क्यों पी रहे हो?"
पठान: वो क्या है कि डॉक्टर साहब ने तंबाखू से दूर रहने के लिए कहा है।



30.





मुझ को शिकस्त-ए-दिल का मज़ा याद आ गया;
तुम क्यों उदास हो गए क्या याद आ गया;
कहने को ज़िन्दगी थी बहुत मुख्तसर मगर;
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया।



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