1.
एक डॉक्टर की नर्स से शादी हो गई।
दोस्त ने डॉक्टर से पूछा: सुनो यार, कैसी लाइफ चल रही है?
डॉक्टर: यार क्या कहूं, जब तक सिस्टर न कहूं सुनती ही नहीं है।
एक डॉक्टर की नर्स से शादी हो गई।
दोस्त ने डॉक्टर से पूछा: सुनो यार, कैसी लाइफ चल रही है?
डॉक्टर: यार क्या कहूं, जब तक सिस्टर न कहूं सुनती ही नहीं है।
2.
जीतो: डॉक्टर साहब, मेरे कान में मटर का पौधा उग आया है!
डॉक्टर: यह तो बड़ी हैरानी की बात है!
जीतो: जी हां, डॉक्टर साहब! हैरानी की बात तो है ही क्योंकि मैंने तो अपने कान में भिन्डी के बीज डाले थे!
जीतो: डॉक्टर साहब, मेरे कान में मटर का पौधा उग आया है!
डॉक्टर: यह तो बड़ी हैरानी की बात है!
जीतो: जी हां, डॉक्टर साहब! हैरानी की बात तो है ही क्योंकि मैंने तो अपने कान में भिन्डी के बीज डाले थे!
3.
आज तो माँ ने भी साफ़-साफ़ बोल दिया।
.
. .
. . .
बेटा बहु ऐसी लाना, जो फेसबुक का इस्तेमाल ना करती हो क्योंकि घर में और भी कुछ काम होते हैं।
आज तो माँ ने भी साफ़-साफ़ बोल दिया।
.
. .
. . .
बेटा बहु ऐसी लाना, जो फेसबुक का इस्तेमाल ना करती हो क्योंकि घर में और भी कुछ काम होते हैं।
4.
जैसे कि अब हम साल के आखिरी महीने में आ गए हैं, जाने-अनजाने में 2014 में अगर मैंने आपका दिल दुखाया और कोई तकलीफ दी हो तो...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
2015 में भी तैयार रहना, क्योंकि सिर्फ 'कैलेंडर' बदलेगा - हम नहीं!
जैसे कि अब हम साल के आखिरी महीने में आ गए हैं, जाने-अनजाने में 2014 में अगर मैंने आपका दिल दुखाया और कोई तकलीफ दी हो तो...
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
2015 में भी तैयार रहना, क्योंकि सिर्फ 'कैलेंडर' बदलेगा - हम नहीं!
5.
पैसे की रेस में पाप धोने को मिले ना मिले;
फिर से जीवन में पूण्य कमाने को मिले ना मिले;
कर लो कर्म दिल से;
क्या पता अगले जन्म ये जीवन मिले ना मिले।
पैसे की रेस में पाप धोने को मिले ना मिले;
फिर से जीवन में पूण्य कमाने को मिले ना मिले;
कर लो कर्म दिल से;
क्या पता अगले जन्म ये जीवन मिले ना मिले।
6.
जब ख़ामोश आँखों से बात होती है;
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है;
तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते हैं;
पता नहीं कब दिन और कब रात होती है।
वैलेंटाइन्स के दिन की शुभ कामनाएं।
जब ख़ामोश आँखों से बात होती है;
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है;
तुम्हारे ही ख्यालों में खोये रहते हैं;
पता नहीं कब दिन और कब रात होती है।
वैलेंटाइन्स के दिन की शुभ कामनाएं।
7.
थानेदार: तुम्हारे यहाँ चोरी हुई तो कितना बजा था?
पठान: चार लट्ठ हम पर और एक लट्ठ हमारी बेगम पर बजा था।
थानेदार: मैं पूछ रहा हूँ कि घड़ी में कितना बजा था?
पठान: साहब घड़ी पर तो एक ही लट्ठ बजा था, तभी घड़ी टूट गई थी।
थानेदार: तुम्हारे यहाँ चोरी हुई तो कितना बजा था?
पठान: चार लट्ठ हम पर और एक लट्ठ हमारी बेगम पर बजा था।
थानेदार: मैं पूछ रहा हूँ कि घड़ी में कितना बजा था?
पठान: साहब घड़ी पर तो एक ही लट्ठ बजा था, तभी घड़ी टूट गई थी।
8.
हर दिन अपनी ज़िन्दगी को एक नया ख्वाब तो दो;
चाहे पूरा ना हो पर आवाज़ तो दो;
एक दिन पूरे हो जायेंगे सारे ख्वाब तुम्हारे;
सिर्फ कोशिश करके एक शुरुआत तो दो।
सुप्रभात!
हर दिन अपनी ज़िन्दगी को एक नया ख्वाब तो दो;
चाहे पूरा ना हो पर आवाज़ तो दो;
एक दिन पूरे हो जायेंगे सारे ख्वाब तुम्हारे;
सिर्फ कोशिश करके एक शुरुआत तो दो।
सुप्रभात!
9.
तेरी झलक को तरसता हूँ ज़िद अब ये छोड़ दूँ;
ये जुल्म आज ना ढाओ तुम्हारी सालगिरह है;
भटक रहा हूँ तेरी जात की जंजीरों में;
चलो आज़ाद ही कर दो तुम्हारी सालगिरह है।
हैप्पी एनिवर्सरी!
तेरी झलक को तरसता हूँ ज़िद अब ये छोड़ दूँ;
ये जुल्म आज ना ढाओ तुम्हारी सालगिरह है;
भटक रहा हूँ तेरी जात की जंजीरों में;
चलो आज़ाद ही कर दो तुम्हारी सालगिरह है।
हैप्पी एनिवर्सरी!
10.
वो दिल ही क्या जो तेरे मिलने की दुआ न करे मै तुझको भूल के ज़िंदा रहूँ खुदा न करे. ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई मैं खुदा किसी को किसी से मगर जुदा न करे. रहेगा साथ तेरा प्यार ज़िन्दगी बनकर यह और बात है मेरी ज़िन्दगी वफ़ा न करे.
वो दिल ही क्या जो तेरे मिलने की दुआ न करे मै तुझको भूल के ज़िंदा रहूँ खुदा न करे. ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई मैं खुदा किसी को किसी से मगर जुदा न करे. रहेगा साथ तेरा प्यार ज़िन्दगी बनकर यह और बात है मेरी ज़िन्दगी वफ़ा न करे.
11.
ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ये 'फेसबुक' के बदलते रिश्ते;
जुड़कर कर कभी दिल जोड़ दे, रूठें तो दिल तोड़ जाते हैं ये;
ये फूल बन कर कभी खिलते हैं, कहीं दिल में कांटे बनकर चुभते हैं ये;
जाने कहाँ किस मोड़ पर देकर दगा दिल को छल जाते हैं ये;
ये "फेसबुक" के बदलते रिश्ते!
ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ये 'फेसबुक' के बदलते रिश्ते;
जुड़कर कर कभी दिल जोड़ दे, रूठें तो दिल तोड़ जाते हैं ये;
ये फूल बन कर कभी खिलते हैं, कहीं दिल में कांटे बनकर चुभते हैं ये;
जाने कहाँ किस मोड़ पर देकर दगा दिल को छल जाते हैं ये;
ये "फेसबुक" के बदलते रिश्ते!
12.
क्यों तू अच्छा लगता है, वक़्त मिला तो सोचेंगे;
तुझ में क्या क्या देखा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे;
सारा शहर शहंशाही का दावेदार तो है लेकिन;
क्यों तू हमारा अपना है, वक़्त मिला तो सोचेंगे।
क्यों तू अच्छा लगता है, वक़्त मिला तो सोचेंगे;
तुझ में क्या क्या देखा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे;
सारा शहर शहंशाही का दावेदार तो है लेकिन;
क्यों तू हमारा अपना है, वक़्त मिला तो सोचेंगे।
13.
चाँद तारे छुप गए, बीत गया अंधकार,
धुप सुनहरी देख कर, जाग गया संसार;
दिन आपका गुजरे अच्छा;
करते है दुआ हज़ार;
भेज रहे हैं आपको होली का प्यार!
होली की हार्दिक शुभकामनायें!
चाँद तारे छुप गए, बीत गया अंधकार,
धुप सुनहरी देख कर, जाग गया संसार;
दिन आपका गुजरे अच्छा;
करते है दुआ हज़ार;
भेज रहे हैं आपको होली का प्यार!
होली की हार्दिक शुभकामनायें!
14.
लोग समझते हैं हमने उनको भुला रखा है;
वो क्या जाने कि दिल में छुपा रखा है;
देखे ना कोई उसे मेरी आँखों में;
इसलिए पलकों को हमने झुक रखा है।
हैप्पी वेलेंटाइन दिवस।
लोग समझते हैं हमने उनको भुला रखा है;
वो क्या जाने कि दिल में छुपा रखा है;
देखे ना कोई उसे मेरी आँखों में;
इसलिए पलकों को हमने झुक रखा है।
हैप्पी वेलेंटाइन दिवस।
15.
टीचर: पप्पू, क्या तुम सोने से पहले भगवान से प्रार्थना करते हो?
पप्पू: मैं नहीं करता, मेरी मम्मी करती हैं। मेरे बिस्तर पर लेटने के बाद वह हर रात को कहती है, "शुक्र है भगवान का... सो गया कम्ब्खत।"
टीचर: पप्पू, क्या तुम सोने से पहले भगवान से प्रार्थना करते हो?
पप्पू: मैं नहीं करता, मेरी मम्मी करती हैं। मेरे बिस्तर पर लेटने के बाद वह हर रात को कहती है, "शुक्र है भगवान का... सो गया कम्ब्खत।"
16.
बच्चा डॉक्टर से: क्या कोई बिना दर्द के भी दाँत निकाल सकता है?
डॉक्टर: नहीं।
बच्चा: मैं निकाल सकता हूँ।
डॉक्टर: हाँ तो फिर दिखाओ,
बच्चा: हा हा हा हा हा हा हा हा!
बच्चा डॉक्टर से: क्या कोई बिना दर्द के भी दाँत निकाल सकता है?
डॉक्टर: नहीं।
बच्चा: मैं निकाल सकता हूँ।
डॉक्टर: हाँ तो फिर दिखाओ,
बच्चा: हा हा हा हा हा हा हा हा!
17.
प्यार किसी से जितना किया रुस्वाई ही मिली है;
वफ़ा चाहे जितनी भी की बेवफाई ही मिली है;
जितना भी किसी को अपना बना कर देखा;
जब आँख खुली तो तन्हाई ही मिली है।
प्यार किसी से जितना किया रुस्वाई ही मिली है;
वफ़ा चाहे जितनी भी की बेवफाई ही मिली है;
जितना भी किसी को अपना बना कर देखा;
जब आँख खुली तो तन्हाई ही मिली है।
18.
जगाया उन्होंने ऐसा के अब तक सो न सके;
रुलाया उन्होंने ने फिर भी हम रो न सके;
न जाने क्या बात थी उन में;
जो अब तक हम किसी के भी न हो सके।
जगाया उन्होंने ऐसा के अब तक सो न सके;
रुलाया उन्होंने ने फिर भी हम रो न सके;
न जाने क्या बात थी उन में;
जो अब तक हम किसी के भी न हो सके।
19.
ज़िंदगी एक पल है जिसमे न आज है न कल है;
जी लो इसको इस तरह कि जो भी आपसे मिले वो यही कहे;
बस यही मेरी ज़िंदगी का हसीन पल है।
सुप्रभात!
ज़िंदगी एक पल है जिसमे न आज है न कल है;
जी लो इसको इस तरह कि जो भी आपसे मिले वो यही कहे;
बस यही मेरी ज़िंदगी का हसीन पल है।
सुप्रभात!
20.
जीतो: जरा किचन से नमक लेते आना।
संता: यहाँ तो कोई नमक नहीं है।
जीतो: मुझे पता था, तुम तो हो ही अंधे! तुम्हें नहीं मिलेगा, इसलिए पहले ही ले आई थी।
जीतो: जरा किचन से नमक लेते आना।
संता: यहाँ तो कोई नमक नहीं है।
जीतो: मुझे पता था, तुम तो हो ही अंधे! तुम्हें नहीं मिलेगा, इसलिए पहले ही ले आई थी।
21.
दुनिया के 4 ख़तरनाक हथियार जो परमाणु बम से भी ख़तरनाक हैं;
1. पत्नी की मुस्कान
2. पत्नी के आँसू
3. पत्नी की नज़र
और सबसे ख़तरनाक
4. पत्नी की मिस्ड कॉल
इनसे आज तक कोई नहीं बच सका।
दुनिया के 4 ख़तरनाक हथियार जो परमाणु बम से भी ख़तरनाक हैं;
1. पत्नी की मुस्कान
2. पत्नी के आँसू
3. पत्नी की नज़र
और सबसे ख़तरनाक
4. पत्नी की मिस्ड कॉल
इनसे आज तक कोई नहीं बच सका।
22.
नयी-नयी शादी के बाद दुल्हन ने खाना बनाया तो गलती से खाने में मिर्च थोड़ी ज्यादा डाल दी। पति अजीब किस्म का मुंह बनाकर खाने लगा, तो पत्नी ने पूछा, "क्या खाना अच्छा नहीं बना?"
पति: खाना तो बहुत अच्छा बना है।
पत्नी: तो फिर आपकी आँखों में आंसू क्यों हैं?
पति: अरे, यह तो ख़ुशी के आँसू हैं।
पत्नी: अरे, आपने तो खाना खाना ही छोड़ दिया।
पति: बस मैं मजबूर हूं, इतनी ख़ुशी बरदाश्त नहीं कर पा रहा।
नयी-नयी शादी के बाद दुल्हन ने खाना बनाया तो गलती से खाने में मिर्च थोड़ी ज्यादा डाल दी। पति अजीब किस्म का मुंह बनाकर खाने लगा, तो पत्नी ने पूछा, "क्या खाना अच्छा नहीं बना?"
पति: खाना तो बहुत अच्छा बना है।
पत्नी: तो फिर आपकी आँखों में आंसू क्यों हैं?
पति: अरे, यह तो ख़ुशी के आँसू हैं।
पत्नी: अरे, आपने तो खाना खाना ही छोड़ दिया।
पति: बस मैं मजबूर हूं, इतनी ख़ुशी बरदाश्त नहीं कर पा रहा।
23.
शादी एक ऐसा दिन है जब दूल्हा स्टेज पर अपनी दुल्हन के साथ बैठे हुए दूसरी लड़कियों को देख कर सोचता है, 'ये सब आज से पहले कहाँ मर गईं थी'!
शादी एक ऐसा दिन है जब दूल्हा स्टेज पर अपनी दुल्हन के साथ बैठे हुए दूसरी लड़कियों को देख कर सोचता है, 'ये सब आज से पहले कहाँ मर गईं थी'!
24.
टीचर: ऐसी कौन सी चीज़ है जिसे हम ना देख सकते हैं, ना महसूस कर सकते हैं फिर भी उसके बिना रह नहीं सकते?
बंटी: हवा।
टीचर: बहुत अच्छे।
पप्पू: नहीं टीचर इसके अलावा भी कुछ है।
टीचर: अच्छा तो तुम ही बता दो वो क्या है?
पप्पू: वाई फाई (WiFi) टीचर
टीचर: ऐसी कौन सी चीज़ है जिसे हम ना देख सकते हैं, ना महसूस कर सकते हैं फिर भी उसके बिना रह नहीं सकते?
बंटी: हवा।
टीचर: बहुत अच्छे।
पप्पू: नहीं टीचर इसके अलावा भी कुछ है।
टीचर: अच्छा तो तुम ही बता दो वो क्या है?
पप्पू: वाई फाई (WiFi) टीचर
25.
संता ने बंता से कहा: मैं अमेरिका जाने की सोच रहा हूँ।
बंता : बहुत बढ़िया। भला कितना खर्च हो जाएगा?
संता: एक पैसा भी नहीं। भला सोचने में पैसा कहाँ खर्च होता है।
संता ने बंता से कहा: मैं अमेरिका जाने की सोच रहा हूँ।
बंता : बहुत बढ़िया। भला कितना खर्च हो जाएगा?
संता: एक पैसा भी नहीं। भला सोचने में पैसा कहाँ खर्च होता है।
26.
उसके इंतजार के मारे है हम.. बस उसकी यादों के सहारे है हम… दुनियाँ जीत के कहना क्या है अब..?? जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम..
उसके इंतजार के मारे है हम.. बस उसकी यादों के सहारे है हम… दुनियाँ जीत के कहना क्या है अब..?? जिसे दुनियाँ से जीतना था आज उसी से हारे है हम..
27.
ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सज़ा दे;
उसके जन्मदिन पर उसको उसकी कोई रज़ा दे;
दुआ है जीवन में हो उसके खुशियों की बहार;
न ग़म की उसे कोई वजह दे।
जन्मदिन मुबारक़!
ऐ खुदा मेरे यार का दामन खुशियों से सज़ा दे;
उसके जन्मदिन पर उसको उसकी कोई रज़ा दे;
दुआ है जीवन में हो उसके खुशियों की बहार;
न ग़म की उसे कोई वजह दे।
जन्मदिन मुबारक़!
28.
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है;
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है;
जिंदगी कितनी भी ब्यस्त क्यों ना हो?
निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है!
शुभ दिवस!
हर सुबह की धूप कुछ याद दिलाती है;
हर महकती खुशबू एक जादू जगाती है;
जिंदगी कितनी भी ब्यस्त क्यों ना हो?
निगाहों पर सुबह सुबह अपनों की याद आ ही जाती है!
शुभ दिवस!
29.
डॉक्टर मरीज़ की नब्ज़ देखते हुए: तुम तो बिलकुल ठीक लग रहे हो और तुम्हारी नब्ज़ भी घडी की तरह चल रही है।
मरीज़: वो इसलिए क्योंकि आपने मेरी घडी पर ही हाथ रखा हुआ है।
डॉक्टर मरीज़ की नब्ज़ देखते हुए: तुम तो बिलकुल ठीक लग रहे हो और तुम्हारी नब्ज़ भी घडी की तरह चल रही है।
मरीज़: वो इसलिए क्योंकि आपने मेरी घडी पर ही हाथ रखा हुआ है।
30.
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दो;
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो;
मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर;
कि अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो।
किसी की खातिर मोहब्बत की इन्तहा कर दो;
लेकिन इतना भी नहीं कि उसको खुदा कर दो;
मत चाहो किसी को टूट कर इस कदर;
कि अपनी ही वफाओं से उसको बेवफा कर दो।