1.
बंता: यार संता, मैंने तुम्हें लैटर पर चिपकने के लिए टिकट खरीदने के लिए पैसे दिए थे। फिर तू ये पैसे मुझे वापस क्यों कर रहा है?
संता: ओ यार, मैं जब लैटर पोस्ट करने पोस्ट बॉक्स पे गया तो वहाँ कोई था ही नहीं और किसी ने मुझे देखा ही नहीं कि मैंने बिना टिकट ही लैटर पोस्ट कर दिया।
बंता: यार संता, मैंने तुम्हें लैटर पर चिपकने के लिए टिकट खरीदने के लिए पैसे दिए थे। फिर तू ये पैसे मुझे वापस क्यों कर रहा है?
संता: ओ यार, मैं जब लैटर पोस्ट करने पोस्ट बॉक्स पे गया तो वहाँ कोई था ही नहीं और किसी ने मुझे देखा ही नहीं कि मैंने बिना टिकट ही लैटर पोस्ट कर दिया।
2.
पता चला है कि 100 लड़कियो ने फाँसी लगा ली और 50 ने नस काट ली और 15 लड़कियाँ बेहोश हो गयी, क्योकि...
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किसी ने मेरी शादी की झूठी खबर फैला दी थी।
पता चला है कि 100 लड़कियो ने फाँसी लगा ली और 50 ने नस काट ली और 15 लड़कियाँ बेहोश हो गयी, क्योकि...
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किसी ने मेरी शादी की झूठी खबर फैला दी थी।
3.
करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता;
वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता;
भले ही धूप हो, काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है;
क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।
करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता;
वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता;
भले ही धूप हो, काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है;
क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।
4.
सिंधी(पठान से): और बताओ तुम्हारा भाई आज-कल क्या कर रहा है?
पठान: बस एक दुकान खोली थी, पर अब तो जेल में है।
सिंधी: जेल में, वो क्यों?
पठान: वो दुकान हथौड़े से खोली थी न।
सिंधी(पठान से): और बताओ तुम्हारा भाई आज-कल क्या कर रहा है?
पठान: बस एक दुकान खोली थी, पर अब तो जेल में है।
सिंधी: जेल में, वो क्यों?
पठान: वो दुकान हथौड़े से खोली थी न।
5.
जिंदगी में हम जो पाने की चाह रखते हैं;
वो हमें कभी भी आसानी से नहीं मिलता;
क्योंकि हम वही चाहने की तमन्ना रखते है;
जो हमारे लिए पाना मुश्किल होता है।
शुभ दिवस।
जिंदगी में हम जो पाने की चाह रखते हैं;
वो हमें कभी भी आसानी से नहीं मिलता;
क्योंकि हम वही चाहने की तमन्ना रखते है;
जो हमारे लिए पाना मुश्किल होता है।
शुभ दिवस।
6.
जो नफरत का कर दे उपचार, वही होली है।
जो माँ करे दुलार, वही होली है।
जो दुनिया में बढाए प्यार, वही होली है।
जो एक रंग में रंग दे सारा संसार, वही होली है।
और जिस में मेरे साथ हो मेरा यार, वही होली है।
होली मुबारक।
जो नफरत का कर दे उपचार, वही होली है।
जो माँ करे दुलार, वही होली है।
जो दुनिया में बढाए प्यार, वही होली है।
जो एक रंग में रंग दे सारा संसार, वही होली है।
और जिस में मेरे साथ हो मेरा यार, वही होली है।
होली मुबारक।
7.
संता शराब पी कर बस में चड़ा तो एक साधु बाबा बस में बैठे थे और बोले, "तुम नर्क के रास्ते पर जा रहे हो।"
संता (चिल्लाते हुए): ओये रुको-रुको बस रोको, मैं गलत बस में चढ़ गया हूँ।
संता शराब पी कर बस में चड़ा तो एक साधु बाबा बस में बैठे थे और बोले, "तुम नर्क के रास्ते पर जा रहे हो।"
संता (चिल्लाते हुए): ओये रुको-रुको बस रोको, मैं गलत बस में चढ़ गया हूँ।
8.
पठान (मरीज): डॉक्टर साहब मेरे पास इलाज के लिए पैसे नही हैं, आप मेरा इलाज कर दें तो शायद मैं भी कभी आपके काम आ सकता हूँ।
डॉक्टर: तुम क्या काम करते हो?
पठान: जी मैं कब्र खोदता हूँ।
पठान (मरीज): डॉक्टर साहब मेरे पास इलाज के लिए पैसे नही हैं, आप मेरा इलाज कर दें तो शायद मैं भी कभी आपके काम आ सकता हूँ।
डॉक्टर: तुम क्या काम करते हो?
पठान: जी मैं कब्र खोदता हूँ।
9.
खिलखिलाती सुबह, ताज़गी से भरा सवेरा है;
फूलों और बहारों ने आपके लिए यह रंग बिखेरा है;
कह रही है सुबह आपसे कि जाग जाओ जल्दी;
क्योंकि बिन आपकी मुस्कुराहट के यह सब अधूरा है।
सुप्रभात!
खिलखिलाती सुबह, ताज़गी से भरा सवेरा है;
फूलों और बहारों ने आपके लिए यह रंग बिखेरा है;
कह रही है सुबह आपसे कि जाग जाओ जल्दी;
क्योंकि बिन आपकी मुस्कुराहट के यह सब अधूरा है।
सुप्रभात!
10.
संता: मुझे बहुत चिंता हो रही है यार, बारिश शुरू हो गयी है और मेरी पत्नी बाजार गयी हुई है। बंता: चिंता की क्या बात है? वो किसी दुकान पे रुक जायेगी।
संता: इसी बात की तो चिंता है कि वो किसी दुकान पे न रुक जाये।
संता: मुझे बहुत चिंता हो रही है यार, बारिश शुरू हो गयी है और मेरी पत्नी बाजार गयी हुई है। बंता: चिंता की क्या बात है? वो किसी दुकान पे रुक जायेगी।
संता: इसी बात की तो चिंता है कि वो किसी दुकान पे न रुक जाये।
11.
एक दुआ माँगते हैं हम अपने रब्ब से;
मिले आपको खुशियाँ सारी चाहते हैं मन से;
हो हसरतें आपकी सारी पूरी, ना रहे कोई हसरत अधूरी;
ख़ुशियों के आप नगमे सदा गुनगुनाते रहो;
इसी तरह जन्मदिन अपना खुशियों से मनाते रहो।
जन्मदिन की शुभ कामनायें!
एक दुआ माँगते हैं हम अपने रब्ब से;
मिले आपको खुशियाँ सारी चाहते हैं मन से;
हो हसरतें आपकी सारी पूरी, ना रहे कोई हसरत अधूरी;
ख़ुशियों के आप नगमे सदा गुनगुनाते रहो;
इसी तरह जन्मदिन अपना खुशियों से मनाते रहो।
जन्मदिन की शुभ कामनायें!
12.
जब आप किसी को चाहो तो ये मत सोचो कि वो आप को पसंद करता है कि नहीं;
बस उसे इतना चाहो कि उसे आप के सिवा किसी और की चाहत पसंद ही ना आए।
जब आप किसी को चाहो तो ये मत सोचो कि वो आप को पसंद करता है कि नहीं;
बस उसे इतना चाहो कि उसे आप के सिवा किसी और की चाहत पसंद ही ना आए।
13.
आप शीशे को 3 तरह से तोड़ सकते हो।
पहला तरीका है, शीशे पर पत्थर मार कर;
दूसरा तरीका है, शीशे को ज़मीन पर गिरा कर;
तीसरा और सबसे असरदार तरीका...
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भाई तू खुद ही शीशे के सामने खड़ा हो जा। शीशा खुद ही टूट जायेगा।
आप शीशे को 3 तरह से तोड़ सकते हो।
पहला तरीका है, शीशे पर पत्थर मार कर;
दूसरा तरीका है, शीशे को ज़मीन पर गिरा कर;
तीसरा और सबसे असरदार तरीका...
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भाई तू खुद ही शीशे के सामने खड़ा हो जा। शीशा खुद ही टूट जायेगा।
14.
दूरियां होते हुए भी सफर वही रहता है;
कोई साथ न हो पर हमसफ़र वही रहता है;
बहुत मुश्किल है ये सफ़र मोहब्बत का;
दूर होकर भी पास होने का एहसास वही रहता है।
दूरियां होते हुए भी सफर वही रहता है;
कोई साथ न हो पर हमसफ़र वही रहता है;
बहुत मुश्किल है ये सफ़र मोहब्बत का;
दूर होकर भी पास होने का एहसास वही रहता है।
15.
पठान: मैंने आपकी दूकान से मुर्गी दाना खरीदा था।
दूकानदार: तो क्या हुआ, कुछ खराबी है क्या?
पठान: हाँ, एक महीना हो गया उसे खेत में बोये हुए, अभी तक मुर्गी नहीं उगी।
पठान: मैंने आपकी दूकान से मुर्गी दाना खरीदा था।
दूकानदार: तो क्या हुआ, कुछ खराबी है क्या?
पठान: हाँ, एक महीना हो गया उसे खेत में बोये हुए, अभी तक मुर्गी नहीं उगी।
16.
मुस्कान आपके होंठों से जाये कभी न;
आँसू आँखों में आयें कभी न;
दिल से दुआ हो कि हर सपना हो पूरा आपका;
जो पूरा न हो वो सपना आये कभी न।
शुभ रात्रि!
मुस्कान आपके होंठों से जाये कभी न;
आँसू आँखों में आयें कभी न;
दिल से दुआ हो कि हर सपना हो पूरा आपका;
जो पूरा न हो वो सपना आये कभी न।
शुभ रात्रि!
17.
सूरज ने झपकी पलक और ढल गयी शाम;
रात ने बिखेरा है आँचल मिलकर तारों के साथ; देख कर रात का यह नज़ारा कहने को शुभ रात्रि हम भी आ गए हैं साथ।
शुभ रात्रि!
सूरज ने झपकी पलक और ढल गयी शाम;
रात ने बिखेरा है आँचल मिलकर तारों के साथ; देख कर रात का यह नज़ारा कहने को शुभ रात्रि हम भी आ गए हैं साथ।
शुभ रात्रि!
18.
जीतो: दुनिया में आजकल लोग कितने 420 हो गए हैं, सुबह दूध वाले ने 10 रुपये का नकली नोट दिया।
संता: वो 10 रुपये कहाँ हैं?
जीतो: वो तो मैंने सब्जी वाले को दे कर आलू ले लिए।
जीतो: दुनिया में आजकल लोग कितने 420 हो गए हैं, सुबह दूध वाले ने 10 रुपये का नकली नोट दिया।
संता: वो 10 रुपये कहाँ हैं?
जीतो: वो तो मैंने सब्जी वाले को दे कर आलू ले लिए।
19.
हो गया हूँ मशहूर तो ज़ाहिर है दोस्तो;
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे;
थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो;
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे।
हो गया हूँ मशहूर तो ज़ाहिर है दोस्तो;
इलज़ाम सौ तरह के मेरे सर भी आयेंगे;
थोड़ा सा अपनी चाल बदल कर चलो;
सीधे चले तो मुमकिन है पीठ में खंज़र भी आयेंगे।
20.
टीचर: शाबाश पप्पू, मुझे खुशी है कि तुमने इतने अच्छे अंक लिए आगे भी ऐसे ही अच्छे अंक लेना।
पप्पू: जी टीचर, पर आप भी परीक्षा के सभी पेपर मेरे अंकल की प्रेस में छपवाते रहिएगा।
टीचर: शाबाश पप्पू, मुझे खुशी है कि तुमने इतने अच्छे अंक लिए आगे भी ऐसे ही अच्छे अंक लेना।
पप्पू: जी टीचर, पर आप भी परीक्षा के सभी पेपर मेरे अंकल की प्रेस में छपवाते रहिएगा।
21.
एक पठान साइकिल पर बड़ी तेज़ी से जा रहा था कि एक बूढ़े से टक्कर हो गई और दोनों गिर पड़े।
बूढ़ा फ़ौरन उठा और पठान को एक रुपये का सिक्का देने लगा।
पठान: ये क्यों दे रहे हैं आप मुझे?
बूढ़ा: ले लो बेटा! अंधो को भीख देना बड़े पुण्य का काम होता है।
एक पठान साइकिल पर बड़ी तेज़ी से जा रहा था कि एक बूढ़े से टक्कर हो गई और दोनों गिर पड़े।
बूढ़ा फ़ौरन उठा और पठान को एक रुपये का सिक्का देने लगा।
पठान: ये क्यों दे रहे हैं आप मुझे?
बूढ़ा: ले लो बेटा! अंधो को भीख देना बड़े पुण्य का काम होता है।
22.
यूँ ही तो नहीं दिल मेरा तुझे तलाशता फिरता;
कर यकीन मंज़िल का तू ही है किनारा मेरा;
यूँ ही तो नहीं आयी सदा तेरी हवाओं में बह कर;
हौले से तूने ही होगा नाम पुकारा मेरा।
यूँ ही तो नहीं दिल मेरा तुझे तलाशता फिरता;
कर यकीन मंज़िल का तू ही है किनारा मेरा;
यूँ ही तो नहीं आयी सदा तेरी हवाओं में बह कर;
हौले से तूने ही होगा नाम पुकारा मेरा।
23.
जन्म दिन है आपका, देते हैं हम ये दुआ;
एक बार जो मिल जाए हम होंगे ना कभी जुदा;
साथ देंगे जीवन भर का, ये है हमारा वादा;
जान भी लुटा देंगे तुझपर, है ये अपना इरादा।
जन्म दिन है आपका, देते हैं हम ये दुआ;
एक बार जो मिल जाए हम होंगे ना कभी जुदा;
साथ देंगे जीवन भर का, ये है हमारा वादा;
जान भी लुटा देंगे तुझपर, है ये अपना इरादा।
24.
आपके इंतज़ार का दर्द तो हम चुपचाप सहते हैं;
क्योंकि आप ही हो जो हर पल हमारे दिल में रहते हो;
ना जाने हमें नींद आएगी भी या नहीं;
मगर आप ठीक से सो सको इसलिए आपको शुभ रात्रि कहते हैं।
शुभ रात्रि!
आपके इंतज़ार का दर्द तो हम चुपचाप सहते हैं;
क्योंकि आप ही हो जो हर पल हमारे दिल में रहते हो;
ना जाने हमें नींद आएगी भी या नहीं;
मगर आप ठीक से सो सको इसलिए आपको शुभ रात्रि कहते हैं।
शुभ रात्रि!
25.
खुशबु तेरे प्यार की मुझे महका जाती है;
तेरी हर बात मुझे बहका जाती है;
सांस तो बहुत वक़्त लेती है आने जाने में;
हर सांस से पहले तेरी याद, दिल को धड़का जाती है।
हैप्पी वैलेंटाइन डे।
खुशबु तेरे प्यार की मुझे महका जाती है;
तेरी हर बात मुझे बहका जाती है;
सांस तो बहुत वक़्त लेती है आने जाने में;
हर सांस से पहले तेरी याद, दिल को धड़का जाती है।
हैप्पी वैलेंटाइन डे।
26.
संता बंता के घर खाना खा रहा था।
बंता: यार तुम्हारा कुत्ता मुझे काफी देर से घूर रहा है?
संता: जल्दी से खाना खा लो, वरना काट भी लेगा, क्योंकि तुम खाना उसी के बर्तन में खा रहे हो!
संता बंता के घर खाना खा रहा था।
बंता: यार तुम्हारा कुत्ता मुझे काफी देर से घूर रहा है?
संता: जल्दी से खाना खा लो, वरना काट भी लेगा, क्योंकि तुम खाना उसी के बर्तन में खा रहे हो!
27.
डॉक्टर: आपकी बीमारी की असल वजह मेरी समझ में नहीं आ रही, हो सकता है दारु पीने की वजह से ऐसा हो रहा हो।
संता: कोई बात नहीं डॉक्टर साहब, जब आपकी उतर जाएगी तब मैं दोबारा आ जाऊंगा चेक-अप के लिए।
डॉक्टर: आपकी बीमारी की असल वजह मेरी समझ में नहीं आ रही, हो सकता है दारु पीने की वजह से ऐसा हो रहा हो।
संता: कोई बात नहीं डॉक्टर साहब, जब आपकी उतर जाएगी तब मैं दोबारा आ जाऊंगा चेक-अप के लिए।
28.
लड़की ने फेसबुक पर स्टेटस डाला, "मच्छर ने काट लिया।"
लड़के का कमेंट आया, "मैं उस मच्छर का खून पी जाऊंगा।"
लड़के ने फेसबुक पर स्टेटस डाला, "मच्छर ने काट लिया।"
दोस्त का कमेंट आया, "साले फिर दारु पी कर नाली के पास पड़ा होगा।"
लड़की ने फेसबुक पर स्टेटस डाला, "मच्छर ने काट लिया।"
लड़के का कमेंट आया, "मैं उस मच्छर का खून पी जाऊंगा।"
लड़के ने फेसबुक पर स्टेटस डाला, "मच्छर ने काट लिया।"
दोस्त का कमेंट आया, "साले फिर दारु पी कर नाली के पास पड़ा होगा।"
29.
पठान डॉक्टर के पास जाकर बोला, "डॉक्टर साहब, मैं रोज 100 रुपये की दवाई ले रहा हूँ, पर कोई फायदा नहीं हो रहा"।
डॉक्टर: अब तुम मुझसे 80 रुपये वाली दवाई ले जाओ, इससे तुम्हें रोज 20 रुपये का फायदा होगा।
पठान डॉक्टर के पास जाकर बोला, "डॉक्टर साहब, मैं रोज 100 रुपये की दवाई ले रहा हूँ, पर कोई फायदा नहीं हो रहा"।
डॉक्टर: अब तुम मुझसे 80 रुपये वाली दवाई ले जाओ, इससे तुम्हें रोज 20 रुपये का फायदा होगा।
30.
बढ़ी जो हद से तो सारे तिलिस्म तोड़ गयी;
वो खुश दिली जो दिलों को दिलों से जोड़ गयी;
अब्द की राह पे बे-ख्वाब धड़कनों की धमक;
जो सो गए उन्हें बुझते जगो में छोड़ गयी।
बढ़ी जो हद से तो सारे तिलिस्म तोड़ गयी;
वो खुश दिली जो दिलों को दिलों से जोड़ गयी;
अब्द की राह पे बे-ख्वाब धड़कनों की धमक;
जो सो गए उन्हें बुझते जगो में छोड़ गयी।